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साकी और नशा!

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वो हमारे नशे का हिसाब लगाने लगे,
कैसे पीते हैं आज वो हमें समझाने लगे।

अब अपनी तारीफ हम खुद क्या करते,
दे दिया पता जहां हमारे साकी रहते।

मिलकर उससे उनकी ग़फ़लत दूर हो गई,
उन्हें मेरी साकी खुद मेरे नशे में मिल गई।

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