Posted in CHAUPAAL (DIL SE DIL TAK)

घर गृहस्थी 🤗

घर गृहस्थी में फँसा इंजीनियर तब तक इंजीनियर नहीं होता जब तक वो कुकर का हैंडल न लगा ले या फिर पंखे का कंडेंसर न बदल ले! 😎 और हद तो तब है जब उस इंजीनियर को इन कामों को करने के बाद मिलने वाली तारीफ में इतनी खुशी मिलती है जितनी उसे किसी एग्जाम को क्लियर करके भी न मिली हो!😅

यदि आप भी खुशी के इसी स्तर पर हैं तो आप घर गृहस्थी के इस भँवर में फंस चुके हैं और आपका डूबना तय है। घबराइए मत! यहाँ डूबने पर संतोष मिलेगा जिसकी खोज में न जाने कितने साधु/महात्मा दिन रात ध्यान साधना में लगे हुए हैं और आपको इसके लिए दो पेंच ही टाइट करने हैं बस! 🙄🤗

वैधानिक चेतावनी- दोबारा पहले वाला इंजीनियर बनने की कोशिश मत करियेगा। घर पर तो कदापि नहीं😋

अपने मुँह मिट्ठू:- काम की सफाई देखकर लगता है कि खाक कोई मेकैनिक ये काम इतना फाइन और टिकाऊ कर पाता। भले ही हमने इसमें घंटो लिए हों। समय मायने नहीं रखता, परफेक्शन करता है। हुँह…… हाँ नहीं तो!

नोट:- अगर आप इंजीनियर नहीं है तो इंजीनियर शब्द के स्थान पर अपनी प्रोफाइल लगा लें। अच्छा लगेगा। लेकिन इंजीनियर होते तो ज्यादा खुशी मिलती 😁😆

©अनुनाद/ इंजीनियर आनन्द😎/१५.११.२०२०

Posted in Uncategorized

ढलती शाम …

ये सूरज सुर्ख लाल है बिल्कुल मेरी तरह लगता है,
इस ढलती शाम से बेहद नाराज लगता है।

©अनुनाद/आनन्द कनौजिया/०९.११.२०२०

Posted in CHAUPAAL (DIL SE DIL TAK)

टोल नाका

तुम मेरी जिंदगी के सफर में हाइवे का टोल नाका हो, जहाँ मैं पल भर को रुकता हूँ और टोल की फॉर्मेलिटी जैसे ही निपटती है, मैं फुल एक्सेलरेटर में वहाँ से निकलता हूँ और पीछे मुड़कर नहीं देखता, कभी भी! लेकिन जब तक जिंदगी का ये सफर है, ये हाइवे है, ये टोल भी रहेगा! उसी तरह तुम भी मिलते रहोगे! कभी साक्षात तो कभी ख़्यालों में, यादों की तरह ! इससे मैं बच नहीं सकता। लेकिन अगली बार एक्सेलरेटर और तेज लिया जाएगा………..!


©अनुनाद/आनन्द कनौजिया/०२.११.२०२०


फ़ोटो साभार इन्टरनेट।