लिखने का शौक़ यहाँ तक ले आया,
इसके साथ हर तरह का आनन्द पाया,
नाम की खोज में क़लम ने साथ निभाया,
इसकी संगत से अलग ही निखार पाया।
ख़्वाबों को हक़ीक़त तक दर्पण ने पहुँचाया,
Axile of thoughts ने अन्दाज़ ए ज़िंदगी अपनाया,
कल्प एशिया ने अपने साथ चलने को जो हाथ थमाया,
देकर जगह आठ धाम अस्सी में मेरा मान बढ़ाया ।