चलो आज फिर हम इक-दूजे से बिल्कुल अनजान हो जाए,
तुझसे आगे कहीं मिलूँ तो पहली मुलाकात वाला एहसास हो जाए।
©️®️अनजान/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/०९.०६.२०२१

चलो आज फिर हम इक-दूजे से बिल्कुल अनजान हो जाए,
तुझसे आगे कहीं मिलूँ तो पहली मुलाकात वाला एहसास हो जाए।
©️®️अनजान/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/०९.०६.२०२१
ऐ उम्र मुझे इतना भी बड़ा न बनाना कि
अपनों के सामने आऊँ और झुक न पाऊँ।
मुझे रहने देना वही छोटा सा बच्चा कि
माँ की गोद में सर रखूँ और सो जाऊँ।।
©️®️बचपना/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/३१.०५.२०२१