कुछ अच्छे लोगों का इतनी जल्दी,
ऊपर चले जाना भी अच्छा हुआ।
माना कि जमीं की खबर आसमां में
पहुँचाने का ये तरीका पुराना हुआ।।
तकनीकें नई खूब हैं सन्देश भेजने की मगर,
वो अपने खुदा का अंदाज जरा पुराना ठहरा।
दुवाएँ कुबूल करता है देखो वो खुद सामने से
वो खुदा भी तो अपने बंदों का दीवाना ठहरा।।
उम्मीद है मेरे साथी तू है वहाँ ऊपर
कि अब सब कुछ सम्भाल लेगा।
बरसेगी रहमत वहाँ तेरे होने से
खुदा का तू, थोड़ा हाथ बँटा लेगा।।
दुःख है मुझे तेरे जाने और
हम दोनों के अकेले हो जाने का।
मत घबराना तू वहाँ कि कौन सा
मेरा रिश्ता इस जमीं से जमाने का।।
(कोरोना काल मे साथ छोड़ कर जाने वाले कुछ महान शख्शियतों को समर्पित।)
©️®️तेरा जाना/अनुनाद/आनन्द कनौजिया/०३.०५.२०२१
फोटो : साभार इंटरनेट

बस ताकता ही रहा सुने आसमान में ,
कर चल सुपुर्द-ए-खाक शमशान में ।
याद तो बहुत आओगे वक्त बेवक्त ,
भले नाम रहे न रहे जुबान में ।
बेहतरीन !
It feels good to get appreciated by you 😊
So humble of you! You deserve the appreciation